कोरोना के इलाज में कारगर हो सकती है इस बीमारी की दवा, शोध में दावा

कोरोना के इलाज में कारगर हो सकती है इस बीमारी की दवा, शोध में दावा

सेहतराग

कोरोना वायरस को लेकर अभी भी अध्ययन किए जा रहे हैं। हाल ही में एक नया अध्ययन किया गया जिसमें बताया गया कि अर्थराइटिस के इलाज में दी जाने वाली दवा टोसिलिजुमाब गंभीर रूप से संक्रमित कोरोना रोगियों की मृत्यु दर में कटौती कर सकती है। शोधकर्ताओं ने यह दावा भारत के अलग अस्पतालों में किए गए गए परीक्षण के बाद किया।

पढ़ें इस ब्लड ग्रुप वाले लोगों में कोरोना संक्रमण और दूसरे अंगों को नुकसान होने का खतरा कम: शोध

दरअसल, टोसिलिजुमाब एक एंटी इंफ्लामेंट्री दवा है जो कि अर्थराइटिस के इलाज में रोगियों को दी जाती है। भारत में 12 से अधिक सर्वाजनिक और निजी अस्पतालों में इस दवा के परीक्षण से प्राप्त परिणामें कोरोना के खिलाफ अच्छी खबर बनकर सामने आए हैं। यूनिवर्सिटी ऑफ ब्रिस्टल और मेदांता इंस्टीट्यूट ऑफ एजुकेशन एंड रिसर्च के शोधकर्ताओं का कहना है कि गंभीर रूप से बीमार कोविड-19 रोगियों पर किए गए परीक्षण के दौरान इस दवा के सकारात्मक परिणाम सामने आए हैं। इस अध्ययन को द लांसेट रेस्पिरेटरी मेडिसिन में प्रकाशित किया गया है।

शोधकर्ताओं ने विभिन्न अस्पतालों में भर्ती करीब 180 रोगियों को अपने अध्ययन में शामिल किया। शोधकर्ता देखना चाहते थे कि क्या टोसिलिजुमाब दवा अस्पताल में भर्ती रोगियों में बीमारी की प्रगति और मृत्यु दर को रोक सकता है, जो कि गंभीर कोविड-19 से गंभीर रूप से पीड़ित है। अध्ययन में शामिल प्रतिभागियों की आयु 18 वर्ष या उससे अधिक थी। शोधकर्ताओं ने इनमें से 89 रोगियों को वही दवा लेने के लिए कहा, जो उन्हें पहले से दी जा रही थी, जबकि 91 रोगियों को मानक देखभाल के साथ ही टोसिलिजुमाब दवा लेने के लिए कहा गया। इसके बाद 28 दिनों तक रोगियों की निगरानी की गई।

इस दौरान दवा के प्रभाव और दुष्प्रभावों की शोधकर्ताओं की टीम ने बारीकी से जांच की। अध्ययन से प्राप्त डाटा के विश्लेषण से पता चला कि जिस समूह को यह एंटी इंफ्लामेंट्री दवा दी गई थी उनमें कोरोना संक्रमण से मृत्यु का जोखिम कम हुआ। हालांकि, अध्ययन के लेखकों ने यह भी कहा कि हमारे निष्कर्ष बताते हैं कि यह दवा कोरोना के उपचार में प्रभावी है, लेकिन वयस्कों में टोसीलिजुमाब दवा के नियमित उपयोग का समर्थन नहीं किया जा सकता।

इसे भी पढ़ें-

कोरोना की तीसरी और चौथी लहर भी फैल सकती है, WHO ने दी चेतावनी

Disclaimer: sehatraag.com पर दी गई हर जानकारी सिर्फ पाठकों के ज्ञानवर्धन के लिए है। किसी भी बीमारी या स्वास्थ्य संबंधी समस्या के इलाज के लिए कृपया अपने डॉक्टर की सलाह पर ही भरोसा करें। sehatraag.com पर प्रकाशित किसी आलेख के अाधार पर अपना इलाज खुद करने पर किसी भी नुकसान की जिम्मेदारी संबंधित व्यक्ति की ही होगी।